आजकल ना जाने क्यूँ,
लोग मुझे कहतें है,
किस सोच में पड़ गया है तू।
असल मे हम,
किसी सोच में रहते ही नहीं हम,
ना जाने क्यूँ ऐसा कहतें हैं लोग।
अंदाज मेरा वही पुराना है,
जिंदगी की सफ़र मे सिख नयी मिलती गयी,
और मै जिने का तरीका बदलता गया इतनाही।
- सुरेश पुरी
Nice sir....👏
ReplyDeleteThank you!��
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